उत्तर प्रदेशराज्य

Sultanpur: सुल्तानपुर के प्राथमिक विद्यालय में बच्चों से झाड़ू लगवाने का मामला, प्रधानाध्यापक निलंबित, शिक्षकों पर कार्रवाई

Sultanpur: सुल्तानपुर के प्राथमिक विद्यालय में बच्चों से झाड़ू लगवाने का मामला, प्रधानाध्यापक निलंबित, शिक्षकों पर कार्रवाई

उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले के चांदा क्षेत्र स्थित प्राथमिक विद्यालय रामनगर में आज एक शर्मनाक घटना सामने आई, जहां छात्र-छात्राओं से झाड़ू लगवाया जा रहा था, जबकि शिक्षक इस दौरान फोटो खींचने में व्यस्त थे। घटना की सूचना पर शिक्षा विभाग हरकत में आया और जांच के बाद प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया गया है, जबकि अन्य शिक्षकों पर भी कार्रवाई की गई है। यह मामला प्राथमिक विद्यालय रामनगर ग्रामसभा मदारडीह के राजस्व गांव रामनगर का है, जो चांदा पट्टी मार्ग के किनारे स्थित है। विद्यालय में कुल 65 छात्र-छात्राओं का नामांकन है और 9 शिक्षक कार्यरत हैं। लेकिन शनिवार सुबह 8 बजे तक केवल 2 शिक्षक—अजय कुमार सरोज और सुशील कुमार—ही विद्यालय में उपस्थित थे। ये दोनों शिक्षक बच्चों से कमरों और स्कूल परिसर की सफाई करवा रहे थे।

स्थानीय सूत्रों के अनुसार, बच्चों से जबरन झाड़ू लगवाई जा रही थी, जबकि शिक्षक तमाशबीन बने फोटो खींचने में लगे थे। जब उनसे इस पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने जवाब देने से मना कर दिया। छात्र-छात्राएं डरे-सहमे नजर आए और कुछ ने यह भी बताया कि विद्यालय में मिड-डे मील का भोजन भी नहीं बनता। बच्चे या तो घर से कुछ खाकर आते हैं या टिफिन लेकर स्कूल जाते हैं।

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए खंड शिक्षा अधिकारी अजय कुमार सिंह ने 11 बजे मौके पर पहुंचकर जांच की। उस समय 7 शिक्षक उपस्थित थे, जबकि एक शिक्षक और एक शिक्षा मित्र अनुपस्थित पाए गए। पूछताछ में बताया गया कि सफाई कर्मचारी के नहीं आने के कारण बच्चों से सफाई करवाई जा रही थी।

जांच रिपोर्ट को देखते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) उपेंद्र गुप्ता ने त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रधानाध्यापक अजय कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही 4 अन्य शिक्षकों और 1 शिक्षामित्र का वेतन/मानदेय अग्रिम आदेश तक रोक दिया गया है और उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है।

बीएसए ने स्पष्ट निर्देश जारी करते हुए कहा कि “हमारा विद्यालय स्वच्छ विद्यालय” अभियान के तहत सफाई के कार्यों में सभी शिक्षकों की भागीदारी अनिवार्य है, लेकिन किसी भी स्थिति में बच्चों से कोई जोखिमपूर्ण या असंगत कार्य नहीं कराया जाना चाहिए। स्वच्छता अभियान का उद्देश्य बच्चों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाना है, न कि सफाई कर्मियों की जगह बच्चों से काम कराना। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी से भी अनुरोध किया है कि विद्यालयों में सफाई कर्मियों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित की जाए, ताकि बच्चों को इस तरह के अमानवीय कृत्यों से दूर रखा जा सके।

ममूटी ने कहा कि उन्हें ‘मेगास्टार’ की उपाधि पसंद नहीं है, उन्हें लगता है कि उनके जाने के बाद लोग उन्हें याद नहीं रखेंगे

Related Articles

Back to top button